High blood pressure and diabetes

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पहले जाने उच्‍च रक्‍तचाप (High blood pressure)और मधुमेह (Diabetes) क्या है :

High blood pressure and diabetes में सबसे पहले इन दोनो के बारे में जानना आवश्‍यक है : 

  • रक्‍त धमनियों में जब सामान्‍य से अधिक दबाव पर रक्‍त बहता है तब उच्‍च रक्‍तचाप की स्थिति निर्मित होती है। इसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है।
  •  एक स्‍वस्‍थ  सिस्‍टोलिक रक्‍तचाप 120 mm Hg से कम होता है। एक स्‍वस्‍थ डायस्‍टोलिक दबाव 80 mm Hg से कम होता है। जब किसी व्‍यक्ति का रक्‍तचाप उच्‍च होता है तो उसकी सिस्‍टोलिक रीडिंग निरंतर 130 mm Hg या उससे अधिक होती है, या डायस्टोलिक रीडिंग 80 mm Hg या उससे अधिक होती है।

  •  180 सिस्‍टोलिक दबाव से अधिक या 120 डायस्‍टोलिक दबाव से अधिक होने पर तुरंत    चिकित्‍सक से संपर्क करना चाहिये।

  • मधुमेह एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें रक्‍त में ग्‍लूकोज याने रक्‍त शर्करा का स्‍तर बहुत ज्‍यादा हो जाता है।डॉक्‍टर की मानें तो घर पर ही ब्‍लड शुगर चेक कर यह पता लगाया जा सकता है कि आपका ब्‍लड शुगर का स्‍तर सामान्‍या है अथवा ज्‍यादा। सामान्‍यत: खाली पेट ब्‍लड शुगर का स्‍तर 60 mg/dL से 100 mg/dL के बीच होना चाहिये। खाना खाने के दो घन्‍टे पश्‍चात यदि आपका ब्‍लड शुगर का स्‍तर 120 mg/dL से 140 mg/dL के बीच रहता है तो यह सामान्‍य है। 200 mg/dL का परिणाम यह दर्शाता है कि आपको मधुमेह (Diabetes) है।
  • High blood pressure and diabetes में इस माप का ध्‍यान रखना चाहिये। 
High blood pressure and diabetes

शुगर और ब्‍लड प्रेशर का आपस में संबंध :

शुगर और ब्लड प्रेशर का आपस में गहरा संबंध है। उच्‍च रक्‍तचाप और मधुमेह दोनो ही मेटाबोलिक सिंड्रोम के पहलू हैं और अक्‍सर एक साथ होते हैं जब किसी व्यक्ति को मधुमेह होता है, तो उसे हाइपरटेंशन का जोखिम भी बढ़ जाता है। दोनों स्थितियाँ अक्सर एक साथ पाई जाती हैं और एक दूसरे को exacerbate कर सकती हैं।

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के लिये डेली रूटीन, डाइट प्लान और दिनचर्या :

हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) और डायबिटीज (मधुमेह) ऐसी स्वास्थ्य समस्याएँ हैं जो जीवनशैली में बदलाव, संतुलित आहार, और नियमित व्यायाम के माध्यम से नियंत्रित की जा सकती हैं। यहां हम एक डेली रूटीन डाइट प्लान और दिनचर्या प्रस्तुत कर रहे हैं, जो इन दोनों स्थितियों को प्रबंधित करने में मदद करेगी। 

सुबह की दिनचर्या इस प्रकार रखें :

1- सुबह जल्दी उठना:

नियमित रूप से प्रात: 6:00 बजे उठें। साइंस भी कहता है कि सुबह जल्‍दी उठने से दिमांग तेज और तनाव कम होता है। सुबह के समय हवा में आक्‍सीजन की मात्रा सबसे अधिक होती है। सुबह उठने से सारे दिन हमारे शरीर में स्‍फूर्ती बनी रहती है।

2- गुनगुना पानी पियें :

उठते ही सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी पियें,  इसमें नीबू मिलाकर भी फायदेमंद होता है क्‍योंकि यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है तथा हमारे शरीर को डिटाक्‍स करता है।

3. व्यायाम:

सुबह 6:30 से 7:00 बजे तक आधे घंटे की व्यायाम करें। इसमें योग, प्राणायाम, या एरोबिक्स शामिल करें। यह न केवल वजन को नियंत्रित रखता है बल्कि ब्लड प्रेशर और शुगर को भी संतुलित रखता है।

4. नाश्ता (7:30 बजे) करेंं:

नाश्ते में साबुत अनाज की ओट्स या दलिया लें, जिसमें थोड़े से नट्स और फलों का मिश्रण हो। यह उच्च फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

High blood pressure and diabetes को नियंत्रित रखनेे में सुबह की ये क्रियाऐं मददगार साबित होंगी।

मध्य सुबह: 10 बजे :

5. स्‍नेक्‍स लें :

स्‍नेक्‍स में एक फल जैसे सेब या संतरा लें। ये प्राकृतिक शर्करा और फाइबर प्रदान करते हैं, जो रक्त शर्करा को स्थिर रखने में मदद करते हैं।

दोपहर की दिनचर्या : (12:30 - 1:00 बजे)

6. दोपहर का भोेजन :

    • एक प्लेट सलाद (ककड़ी, टमाटर, गाजर) लें।
    • 1 कटोरी दाल (जैसे मूंग या चना)।
    • 1 चपाती या ब्राउन राइस।
    • 1 कटोरी दही।
    • यह आहार प्रोटीन, फाइबर और अच्छे कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर है।

7. दोपहर का विश्राम: :

भोजन के बाद थोड़ी देर टहलें। इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और शुगर का स्तर स्थिर रहता है। आधे घंटे के लिये अपनी आंखों को बंद कर शरीर को विश्राम अवस्‍था में रखें।

High blood pressure and diabetes को नियंत्रित रखनेे में दोपहर की ये क्रियाऐं मददगार साबित होंगी।

मध्‍य दोपहर : 3:30 बजे

8. स्‍नेक्‍स लें :

एक मुट्ठी भुने चने या मूँगफली लें। यह प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत है।

शाम की दिनचर्या : 6 बजे

9. शाम का व्यायाम :

    • शाम को भी आधे घंटे की शारीरिक गतिविधि करें। यह टहलने, दौड़ने, या योग करने का समय हो सकता है।

10 शाम का नाश्ता: (6:00 बजे):

    • एक कप ग्रीन टी या हर्बल चाय लें।
    • साथ में एक फल या एक कटोरी दही।
    • High blood pressure and diabetes को नियंत्रित रखनेे में शाम की ये क्रियाऐं मददगार साबित होंगी।

रात की दिनचर्या :

11. रात का भोजन (8:00 बजे):

    • 1 कटोरी सब्जी (पालक, ब्रोकली, या कोई हरी सब्जी)।
    • 1 चपाती या क्विनोआ।
    • 1 कटोरी दाल या चिकन (यदि नॉन-वेज खाते हैं)।
    • इस भोजन में कम से कम तेल का उपयोग करें।

12. रात का विश्राम:

भोजन के बाद टहलें और फिर 30 मिनट का रिलैक्सेशन या ध्यान करें। यह तनाव को कम करने और नींद में सुधार करने में मदद करता है।

सोने से पहले :

13. सोने का समय :

रात 10:00 बजे तक सोने की तैयारी करें। अच्छी नींद शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह शरीर की मेटाबॉलिज्म को संतुलित करता है।

  • High blood pressure and diabetes को नियंत्रित रखनेे में उपरोक्‍त समस्‍त क्रियाऐं मददगार साबित होंगी।

अन्‍य अतिरिक्‍त सुझाव :

    • दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं (लगभग 2-3 लीटर)। हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है, खासकर जब आप डायबिटीज या उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं।
    • अपने आहार में नमक और शक्कर की मात्रा कम करें। प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें।
    • अपनी डाइट में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें जैसे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज। यह ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है।
    • डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का नियमित सेवन करें। इन्हें समय पर लेना न भूलें।
    • नियमित रूप से ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहें। यह आपको अपने स्वास्थ्य पर नज़र रखने में मदद करेगा।

निष्कर्ष :

High blood pressure and diabetes  को नियंत्रित करने के लिए एक संतुलित आहार और नियमित दिनचर्या का पालन करना महत्वपूर्ण है। ऊपर दिए गए डाइट प्लान और दिनचर्या को अपनाकर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। हमेशा याद रखें, हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है, इसलिए किसी भी डाइट प्लान को अपनाने से पहले डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और अपनी सेहत को प्राथमिकता दें!

Frequently Asked Question

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज एक साथ हो सकते हैं और इन्हें एक साथ “डायबिटिक हाइपरटेंशन” कहा जाता है। दोनों स्थितियाँ एक-दूसरे को बढ़ावा देती हैं और दिल की बीमारी, स्ट्रोक और किडनी के रोग का जोखिम बढ़ाती हैं।

डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या शरीर उसे ठीक से उपयोग नहीं कर पाता। मुख्य रूप से दो प्रकार की डायबिटीज होती है: टाइप 1 डायबिटीज: इसमें शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता। टाइप 2 डायबिटीज: इसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता।

  • स्वस्थ आहार: ताजे फल, सब्जियाँ, और फाइबर युक्त आहार लें। कम सोडियम (नमक) और चीनी का सेवन करें।
  • नियमित व्यायाम: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम करें।
  • दवाइयाँ: डॉक्टर की सलाह से रक्तचाप और ब्लड शुगर की दवाइयाँ लें।
  • वजन नियंत्रण: अगर वजन अधिक है तो उसे घटाने की कोशिश करें।
  • तनाव कम करें: योग, ध्यान और प्राणायाम से मानसिक तनाव को नियंत्रित करें।

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