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Toggleमायोपिया क्या होता है ?
Myopia Ke Prakar, Karan, ilaj all fact जानने से पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि मायोपिया क्या होता है। मायोपिया वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति दूर की चीज देखने में मुश्किल महसूस करता है लेकिन पास की चीजें अच्छे से देख सकता है, याने आंखें दूर की रौशनी को सही तरीके से फोकस नहीं कर पातीं, इस कारण से दूर की चीजें धुंधली दिखाई देती हैं।

मायोपिया होने के कारण क्या हैं ?
1- अनुवांशिक कारक : अगर परिवार में किसी को मायोपिया है, तो दूसरे सदस्यों को भी मायोपिया होने की संभावना रहती है।
2- पर्यावर्णीय कारक : इसमें बहुत अधिक समय तक कम्प्यूटर या मोबाइल की स्क्रीन देखना, घर से बाहर कम निकलना तथा पढाई करना शामिल है।
3- ऑंखों की शारीरिक रचना: कुछ लोगों की ऑंखें ऐंसी होती हैं कि वो रौशनी को सह नहीं पातीं।
मायोपिया के प्रकार :
1- साधारण मायोपिया – यह सबसे आम प्रकार का मायोपिया होता है और अधिकांशत: बच्चों में देखा जाता है।
2- पैथोलाजिकल मायोपिया: इसमें आंखों की संरचना में बदलाव होता है जो कि भविष्य में आंखों की समस्या का कारण बन सकता है।
3- जन्मजात मायोपिया: इस प्रकार का मायोपिया जन्मजात होता है और कुछ विशेष परिस्थितियों में देखा जा सकता है।
1- साधारण मायोपिया – यह सबसे आम प्रकार का मायोपिया होता है और अधिकांशत: बच्चों में देखा जाता है।
2- पैथोलाजिकल मायोपिया: इसमें आंखों की संरचना में बदलाव होता है जो कि भविष्य में आंखों की समस्या का कारण बन सकता है।
3- जन्मजात मायोपिया: इस प्रकार का मायोपिया जन्मजात होता है और कुछ विशेष परिस्थितियों में देखा जा सकता है।


मायोपिया का इलाज :
1-चश्मा: मायोपिया को सुधारने का सबसे आम और आसान उपाय है चश्मा लगाना।
2- कान्टेक्ट लेंस: इन्हे भी चश्में की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है और ये ज्यादा आरामदायक होते हैं।
3- लेजर सर्जरी: जैसे कि लासिक्स जिसमें कि आंखों के शेप को बदलकर देखने की क्षमता होती है।
4- यह एक प्रकार की कांटैक्ट लेंस है जो रात को पहनते हैं और दिन भर अच्छे से देखने की क्षमता देते हैं।
आयुर्वेद में मायोपिया का इलाज और उपाय :
वर्तमान समय में Myopia Ke Prakar, Karan, ilaj all fact के बारे में प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी होना आवश्यक है क्योंकि प्रत्येक परिवार में आंखों से संबंधित समस्याऐं परिवार के सदस्यों में बनी रहती हैं जिसका सही कारण जाने बगैर निदान करना मुश्किल होता है।
1 : आहार: विटमिन ए, सी और ई से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे गाजर, आंवला, पालक का सेवन करें ये आंखो के स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद हैं। ओमेगा 3 फैटी ऐसिड जो कि मछली, पटसन के बीज, अखरोड में पाया जाता है जो आंखो के स्वास्थ्य को सुधारता है।
2 : हर्बल उपचार :
त्रिफला : इसका चूर्ण आंखों की रौशनी बढाने और आंखों की थकान दूर करने में मददगार होता है, इसे पानी में मिलाकर या केपसूल के रूप में लिया जा सकता है।
घी: देशी घी आंखों के लिये अच्छा होता है, इसका इस्तेमाल खाने में करें या आंखों मे हल्का सा घी लगाना भी फायदेमंद होता है।
3 : आंखों के व्यायाम : आंखो के लिये विशेष व्यायाम जैसे प्लमिंग, फोकस शिफिटंग करना भी मददगार हो सकता है ये आंखों के मसल्स को मजबूत बनाते हैं।
4 : नेत्र तर्पण: ये आंखों की एक आयुर्वेदिक थैरेपी है जिसमें घी या तिल के तेल से आंखों को ढका जाता है ये आंखों को आराम देने और द्रष्टि सुधारने में मदद करता है।
5 : योग एवं प्राणायाम: योगासन जैसे त्राटक जिसमें कि एक ही बिन्दु पर नजर रखी जाती है और प्राणायाम जो कि सांस के व्यायाम होते हैं ये आंखों की रौशनी को बढाने में मदद करते हैं।
6 : जीवनशैली में परिवर्तन:
स्क्रीन टाइम को कम करे: अधिक समय तक कम्प्यूटर या मोबाइल स्क्रीन देखने से बचें।
आंखों की व्यायाम : प्रतिदिन कुछ समय आंखों के व्यायाम में बिताना चाहिये।

निष्कर्ष
मायोपिया या निकट दृष्टि दोष एक सामान्य नेत्र दोष है, जिसमें व्यक्ति दूर की वस्तुओं को धुंधला देखता है, लेकिन पास की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई देती हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब आंख की लेंस या नेत्रगोलक (eyeball) बहुत लंबा होता है, जिससे प्रकाश किरणें रेटिना पर सही तरीके से नहीं पहुंच पातीं। मायोपिया का इलाज उपरोक्त तरीकों से किया जा सकता है। आशा है Myopia Ke Prakar, Karan, ilaj all fact के बारे में उपरोक्त लेख आपकेे लियेे उपयोगी साबित होगा।
Frequently Asked Question
- हां, मायोपिया का इलाज संभव है। चश्मे, संपर्क लेंस, या लेजर सर्जरी जैसे विकल्पों के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता है। इलाज का चयन व्यक्ति की आंखों की स्थिति पर निर्भर करता है।
हां, बच्चों में मायोपिया का इलाज किया जा सकता है। सही समय पर निदान और उपचार से मायोपिया की बढ़ती समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। विशेष लेंस और निगरानी से इसके बढ़ने को रोका जा सकता है।