NetraShakti

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हमारी नेत्रशक्ति को स्‍वस्‍थ बनाये रख्‍ना जरूरी है। आंखें भी हमारे शरीर का अहम हिस्‍सा हैं। इन्‍ही आंखों से हम दुनियां देखते हैं। शरीर की खूबसूरती में भी आंखों का बहुत बडा योगदान होता है। आंखे ही हमारे मस्तिष्‍क के साथ मिलकर किसी वस्‍तु की बनावट, आकार, रंग आदि के बारे में बताती है। आंखे शरीर का सबसे कोमल अंग होती हैं इसलिये इनकी सुरक्षा जरूरी होती है।

1.प्रतिदिन व्यायाम करें :

रोजाना अपनी आंखों को 10 मिनिट तक पहले क्‍लॉक वाइस याने घडी की दिशा में फिर ऐंटीक्‍लाक वाइस याने घडी की विपरीत दिशा में चारों ओर घुमायें। इसके साथ ही अपनी दोनो आंखों को उपर, नीचे, दायें, बायें घुमाने का अभ्‍यास करके अपनी Netrashakti  को स्‍वस्‍थ्  बनाये रखें।

2. आंखों को विश्राम दें :

कम्‍प्‍यूटर पर कार्य करते समय, टी.वी. देखते समय अथवा मोबाइल का उपयोग करते समय हर 20 से 30 मिनिट के अंतराल में अपनी आंखों को कुछ क्षण के लिये आराम की मुद्रा में रखें। लगातार इन पर नजर गड़ाकर कार्य करने से आंखों को नुकसान पहुंचता है। विशेष् रूप से छोटे बच्‍चों को इस बारे में सचेत करते रहना चाहिये।

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3.प्राक्रतिक रौशनी :

सुबह की सूरज की रौशनी में टहलना आंखो के लिये बहुत फायदेमंद होता है। आंखो के लिये प्राक्रतिक रौशनी सबसे अच्‍छी होती है। ठंड के दिनों में हरी जब ओस गिरती है उस समय हरी घास पर चलने से आंखों की रौशनी बढती है। इस क्रिया को अपनाकर अपनी Netrashakti  को स्‍वस्‍थ बनाये रखें।

4. विटामिन भरा आहार :

आंखो के लिये विटामिन ए.ई.सी. युक्‍त आहार खायें।गाजर, आंवला, हरी सब्‍जी, अंडे, दूध आदि से भरपूर आहार आंखो के लिये फायदेमंद होता है। अपनी Netrashakti  को बनाये रखने के लिये इनका सेवन अवश्‍य करें।

5. अनिद्रा से बचें :

अच्‍छी नींद आंखो के लिये जरूरी है। कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्‍य लें । पर्याप्‍त नींद नहीं लेने से आंखों के नीचे काले घेरे बन सकते हैं, नींद पूरी न होने से आंखों सूजन जैसी समस्‍या भी पैदा हो सकती हैं। इसलिये अपनी नेत्रशक्ति को बनाये रखने के लिये पर्याप्‍त मात्रा में नींद लें। नींद पूरी न होने से आंखें सूखी, खुजलीदार और लाल हो सकती हैं तथा उनमें जलन भी पैदा हो सकती है।

6. अनुवांशिकी चस्मा :

जिन परिवारों में अनुवांशिकीय रूप से दादा दादी माता पिता को यदि कम उम्र में नजर दोष्‍ के कारण चस्‍मा लगता है तो उस परिवार के लोगों अपनी आंखों का विशेष रूप से ख्‍याल रखें और अपनी नेत्रशक्ति बनाये रखें ।

7. धूप से बचाव :

धूप के कारण आंखों की सामने वाली कोशिकाओं में जलन पैदा होती है और कार्नियां को नुकसान भी हो सकता है इसलिये अपने नेत्रशक्ति को सुरक्षित रखें और अपनी आंखो को तेज धूप से बचाने के लिये सनग्‍लास युक्‍त चस्‍में का इस्‍तेमाल करें और अपनी Netrashakti बनाये रखें ।

8. स्क्रीन टाइम पर कंट्रोल :

टी.वी., कम्‍प्‍यूटर, मोबाइल का ज्‍यादा इस्‍तेमाल आंखों के लिये हानिकारक हो सकता है इसके लिये स्‍क्रीन टाइम पर नियंत्रण करें। इसके लिये फालतू ऐप से दूर रहें। मोबाइल में एक साथ कई कार्यों को न करें। मोबाइल या कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन पर कार्य करते समय लोग काफी देर तक पलकें नहीं झपकाते हैं जिस वजह से आंखें शुष्क हो जाती हैं। अतएव अपनी नेत्रशक्ति को स्‍वस्‍थ्‍ बनाये रखने के लिये स्‍क्रीन टाइम को कंट्रोल करें।

9. त्राटक योग करें :

त्राटक क्रिया से आंखों को कई फायदे होते हैं। प्रतिदिन त्राटक घ्‍यान करने से आंखों की रौशनी बेहतर हो सकती है। त्राटक का निरंतर अभ्‍यास और सही दिशा निर्देश आंखों के लिये बहुत फायदेमंद होता है। अतः त्राटक योग द्वारा अपनी नेत्रशक्ति को स्‍वस्‍थ बनाये रखें।

10. चस्में का इस्तेमाल करें :

अगर आपकी नजरों में कमजोरी है तो नियमित रूप से चस्‍मे का इस्‍तेमाल करें। नजर का चस्‍मा लगाने से आंखो को चीजें बडी दिखाई देती हैं। तथा आंखों पर जोर नहीं पडता तथा इससे आंखों की थकान कम होती है इसलिेये अपनी नेत्रशक्ति को बनाये रखने के लिये चस्‍में का इस्‍तेमाल करें। और अपनी Netrashakti को स्‍वस्‍थ बनाये रखें।

11. कुछ अलग करें :

लम्‍बे समय तक लगातार आंखों को एक ही दिशा में घुमाये रखना भी नुकसानदेह हो सकता है इसलिये थोडी थोडी देर पर आंखों की दिशा बदलते रहें। साथ ही एक ही स्‍थान से नजर हटाकर दूर तक देखने की कोशिश करें।

12. नीबू पानी :

आंखों की रौशनी बढाने में सहायता करता है इसे रोजाना पियें। नीबू में उपस्थित विटामिन सी हमारी आंखों के लिये लाभदायक होता है। संतरे का छिलका और नीबू का रस एक ग्‍लास पानी में मिलाकर पि‍या जाये तो यह हमारी नेत्रशक्ति को स्‍वस्‍थ तो रखता ही है हमारी आंखों को मोतियाबिंद से बचाने में सहायक होता है।

13. नाश्ता ना भूलें :

आंखो की रौशनी के लिये पौष्टिक नाश्‍ता भी जरूरी है । प्रतिदिन सुबह पानी में गले हुए 3 से 5 बादाम एवं एक संतरा आंखो के पास मौजूद खून की नसों को स्‍वस्‍थ्‍ बनाये रखता है। इसके अलावा शकरकंद, गाजर, पालक, मूंगफली, मटर अंगूर आदि में आंखों को स्‍वस्‍थ बनाये रखने वाला विटामिन होता है । अपनी Netrashakti  को स्‍वस्‍थ बनाये रखने के लिये इन्‍हे नाश्‍ते में अवश्‍य ही शामिल करना चाहिये।

14. आंखों को ठंडक दें :

एक काटन के कपडे में गुलाबजल को भिगोकर आंखों पर 5 से 10 मिनिट रखने से आंखों को ठंडक मिलती है। तथा आंखों की थकान दूर हो सकती है । आप खीरे या आलू का टुकडा आंखों पर रखकर भी अपनी आंखों को आराम दे सकते हैं और अपनी नेत्रशक्ति को  स्‍वस्‍थ रख सकते हैं । इसके अलावा रोज वॉटर का इस्‍तेमाल करें या फिर ठंडे पानी से आंखों को धोयें।

15. आंखो की सुरक्षा :

खतरनाक काम करते समय आंखों की सुरक्षा का पूरा ध्‍यान रखते हुए गागल्‍स का इस्‍तेमाल करें। आंखों को छूने से हाथों में लगी गंदगी, बैक्‍टेरिया, धूल हमारी आंखों के अंदर पहुंच सकती है। अतः किसी भी कार्य को करते समय अपनी Netrashakti का ध्‍यान रखें ।

16. ऐन्टीऑक्सीिडेंट का सेवन :

ऐन्‍टीआक्‍सीडेंट हमारे शरीर द्वारा उत्‍पादित पदार्थ होते हैं। ऐन्‍टीऑक्‍सीडेंट आंखों के लिये फायदेमंद होते हैं। बादाम, पाइन नटस, हेजलनटस भी विटामिन ई से भरपूर होते हैं इसलिये फल और सब्जियों के साथ इनका भी सेवन करें और अपनी ने‍त्रशक्ति को बरकरार रखें।

17. आंखों की सफाई एवं छींटे मारना :

रोज मुंह में पानी भरकर लगभग 5 मिनिट तक अपनी आंखों में पानी के छीटे मारने से आंखों की सफाई भी होती है और Netrashakti भी बढती है।

18. शराब और टोबेको से दूर रहें :

शराब आंखों की मासपेशियों को उत्‍तेजित कर सकती है जिससे पलक फडकने लगती हैं जिसे मायोकीमियां कहा जाता है। शराब पीने से आंखो की पु‍तलियों की प्रतिक्रिया कम हो जाती है, शराब रेड सेल्‍स में आक्‍सीजन की मात्रा को कम कर सकती है जिससे चेहरा और आंखे लाल हो जाती हैं। टोबेको से मोतियां बिंद का खतरा बढ जात हे इसलिये टोबेको और शराब आंखों के लिये हानीकारक है इनका सेवन न करें और अपनी Netrashakti को सेहतमंद बनाये रखें ।

19. रेग्यूलर चेकअप :

आंखों का रेग्‍यूलर चेकअप करवाते रहें। इससे आंखो की समस्‍या का पता चलता रहेगा और समय पर उपचार किया जा सकता है।

20. एक्यूप्रेशर प्वााइंट दबायें :

आंखों की रौशनी को बढाने के लिये इंडेक्‍स फिंगर और मिडिल फिंगर के बीच के एक्‍यूप्रेशर पाइंट Accupressure Points को कम से कम 5 से 10 मिनिट प्रतिदिन दबायें।

निष्कर्ष (Conclusion) :

आंखों की सुुुुुरक्षा का पूरा ध्‍यान रखना हमारे लिये अत्‍यंत  आवश्‍यक है । आंखों की रोशनी जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें दुनिया को समझने और उसे अनुभव करने का अवसर प्रदान करती है। Netrashakti के बिना हम न तो दृश्य रूप से परिवेश का निरीक्षण कर सकते हैं और न ही किसी प्रकार की जानकारी का सही रूप में आकलन कर सकते हैं। रोशनी से हमारी आंखों को मिल रही दृश्य जानकारी से हम अपनी सुरक्षा, दिनचर्या, और कार्यों को अंजाम दे पाते हैं। बिना आंखों की रोशनी के, जीवन में कई मुश्किलें उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे सामाजिक और पेशेवर जीवन में भागीदारी की कठिनाइयाँ। आंखों की रौशनी हमारे मानसिक विकास, शिक्षा और सामान्य जीवन की गुणवत्ता के लिए भी महत्वपूर्ण है। 

Frequently Asked Question

आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सही आहार, नियमित आंखों की जांच, स्क्रीन टाइम की सीमा, और आंखों को आराम देना जरूरी है। इसके अलावा, धूप से बचने के लिए चश्मे का उपयोग करना भी लाभकारी है।

दृष्टि संबंधित समस्याओं का इलाज डॉक्टर की सलाह से किया जा सकता है, जैसे चश्मे का उपयोग, लेजर सर्जरी, या दवाइयाँ। आंखों के विशेषज्ञ से नियमित जांच और इलाज से कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।

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