Take care of the busiest part of the body

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हृदय हमारे शरीर का एक ऐंसा अंग है जो बगैर रूके दिन रात अपना कार्य करता है। इसलिये Take care of the busiest part of the body. वर्तमान समय में हार्ट अटैक की घटनायें बहुत अधिक हो रही हैं, आये दिन सुनने को मिलता है कि फलां व्‍यक्ति की इतनी कम उम्र में दिल का दौरा पड्ने से म़त्‍यु हो गई। अनियमित जीवनशैली और खानपान की खराब आदतें भी ह्रदय रोग की संभावना को बढाती हैं, ज्‍यादातर मामलों में डायबिटीज, उच्‍च्‍ रक्‍तचाप ह्रदयघात के कारणों में शामिल होते हैं। 

1- अपने आहार पर ध्यान दें :

अनियमित खानपान से ह्रदय रोग की संभावना बढ्ती है। सेहत से भरपूर आहार लें और Take care of the busiest part of the body याने अपने शरीर के सबसे व्‍यस्‍त अंग याने ह्रदय की देखभाल करें अधिक चीनी, नमक, वसा वाले पदार्थ ह्रदय रोग की जोखिम को बढाते हैं। खादय पदार्थों से ही कोलेस्ट्रॉल एवं ब्‍लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। संतुलित आहार आपके रक्‍तचाप एवं कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है।   सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल बढने की संभावना रहती है।

2- धूम्रपान न करें:

धूम्रपान से कोरोनरी धमनियों में रूकावट पैदा हो जाती है। धूम्रपान से सिर्फ ह्रदय संबंधी नही अपितु फेफडों के रोग तथा क्रोनिंग ब्रोंकाइटिस, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों हो सकती हैं। अमेारिका में 20 प्रतिशत मौतों का संबंध धू्म्रपान से होता है। ध्रूम्रपान से हमारे आसपास के लोगों को भी स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याऐं पैदा हो सकती हैं । इसलिये Take care of the busiest part of the body

Take care of the busiest part of the body

3- वजन पर काबू रखें :

वजन अधिक होने पर ह्रदय रोग का जोखिम भी अधिक होता है। इसलिये नियमित शारीरिक अभ्‍यास के साथ ही पर्याप्‍त फल, सब्जियों के साथ अपने आहार को संतुलित रखें और अपने शरीर के अतिरिक्‍त वजन को कम कर  Take care of the busiest part of the body अपने शरीर के सबसे व्‍यस्‍त अंग याने ह्रदय की देखभाल करें।

4- प्रतिदिन प्राणायाम करें :

नियमित प्राणायाम ह्रदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। प्राणायाम को अपने जीवन का एक जरूरी हिस्‍सा बनायें। प्राणायाम के नियमित अभ्‍यास से ह्रदय की मांसपेशियों को आराम मिलता है और रक्‍त संचार में सुधार होता है। इस क्रिया के लिये प्रतिदिन 30 मिनिट का समय अवश्‍य निकालें । अनुलोम विलोम, कपालभांति, भस्त्रिका प्राणायाम ह्रदय ही नहीं बल्कि शरीर की अनेक व्‍याधियों को दूर करने में सहायक हो सकता है। प्राणायाम से मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य में भी सुधार होता है। इसलिये  इसलिये Take care of the busiest part of the body

5- मधुमेह को नियंत्रित रखें :

यदि आप मधुमेह से पीडित हैं तो आपको अत्‍यंत सावधान रहने की आवश्‍यक्‍ता है क्‍योंकि हाई ब्‍लड शुगर ह्रदय तक पहुंचने वाली रक्‍त वाहिकाओं और तं‍त्रिकाओं को क्षतिग्रस्‍त कर सकती है। इसलिये Take care of the busiest part of the body यदि आपको मधुमेह या उच्‍च्‍ रक्‍त्‍चाप है तो डॉक्‍टर से परामर्श करना चाहिये। तथा अपनी जीवनशैली एवं खानपान मे सुधार करना चाहिये। यदि आपको मधमेह या उच्‍च्‍ रक्‍तचाप की शिकायत नहीं तो भी 45 वर्ष की उम्र के बाद हर 1, 2 साल में आपको मधुमेह एवं उच्‍च रक्‍तचाप की जांच करवाते रहना चाहिये।

6- कोलेस्ट्रॉल की जांच :

यदि आपका पारिवारिक ह्रदय रोग का इतिहास है तो आपको समय समय पर कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहना चाहिये। 45 से 65 वर्ष के पुरुषों को हर 1 से 2 साल में जांच करानी चाहिए। आपके कोलेस्ट्रॉल का स्‍तर इस प्रकार होना चाहिये, एचडीएल (अच्‍छा) कोलेस्ट्रॉल का स्‍तर 60 मिलीग्राम से अधिक , एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल  का स्‍तर 100 मिलीग्राम से कम, ट्राइग्लिसराइड्स का स्‍तर 150 से कम और कुल कोलेस्ट्रॉल 200 मिलीग्राम से कम होना चाहिये ।  इसलिये Take care of the busiest part of the body

7- ब्लड प्रेशर की जांच :

40 वर्ष् अधिक उम्र के लोगों को साल में एक बार रक्‍तचाप का परीक्षण करवाना चाहिये। लंबे समय तक रक्‍तचाप के उच्‍च बने रहने से यह रक्‍त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और धमनी की दीवारों पर रक्‍त का दबाव बहुत ज्‍यादा पडता है और रक्‍त्‍ को पंप करने के लिये ह्रदय को बहुत अधिक मेहनत करनी पड्ती है और कभी कभी हाई ब्‍लड प्रेशर ह्रदय की विफलता का कारण बन जाता है।

8- तनाव मुक्त रहें -

जो लोग अक्‍सर तनाव में रहते हैं, या बहुत लंबी अवधि तक तनाव ग्रस्‍त रहते हैं उनमें ह्रदय रोग की संभावना बढ जाती है। अधिक तनाव रक्‍तचाप को बढाता है इसलिये Take care of the busiest part of the body तनाव मुक्‍त जीवन जीने के तरीके अपनायें और अपने शरीर के सबसे व्‍यस्‍त अंग याने ह्रदय की देखभाल करें।

9- सक्रिय रहें :

कुछ ऐसी गतिविधियां चुनें जो आपको रूचिकर लगें जैसे व्‍यायाम, बागवानी, पैदल चलना, साइकिल चलना, तैराकी, जॉगिंग आदि गतिविधियां आपकी ह्रदय को मजबूती प्रदान करती हैं। जो लोग सक्रिय नहीं रहते उनमें ह्रदय रोग की संभावना उन लोगों से अधिक होती है तो सक्रिय रहते हैं।

10- अपनी उम्र का ध्यान रखें :

बढती उम्र के साथ अन्‍य बीमारियों के अलावा ह्रदय रोग की जोखिम भी बढ जाती है। इसलिये बढती उम्र को  देखते हुए अपनी शरीर के साथ व्‍यवहार करें और किसी प्रकार की असावधानी अपने शरीर के साथ् न बरतें।

निष्‍कर्ष :

हृदय शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो पूरे शरीर में रक्त का संचार करता है और सभी अंगों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान करता है। इसका स्वस्थ होना हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हृदय की देखभाल के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और पर्याप्त नींद आवश्यक हैं। हृदय रोगों से बचाव के लिए इन आदतों का पालन करना चाहिए। स्वस्थ हृदय से जीवन की गुणवत्ता बेहतर होती है और व्यक्ति दीर्घायु और सक्रिय जीवन जी सकता है।

Frequently Asked Question :

हृदय के स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार, नियमित शारीरिक व्यायाम, तनाव कम करना, धूम्रपान से बचना और शराब का सेवन कम करना चाहिए।

हृदय रोग के लक्षणों में छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, थकान, चक्कर आना और घबराहट शामिल हो सकते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

3 thoughts on “Take care of the busiest part of the body”

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