1- घुटने के दर्द का एक आम कारण उम्र बढ़ने, चोट लगने एवं घुटने पर बार बार तनाव पड़ना है। उम्र बढ़ने के साथ साथ आस्टियो आर्थराइटिस स्‍वाभाविक रूप से होता है।

2- घुटने की किसी भी सूजन को कम करने के लिये अपने घुटने को जितना संभव हो सके उतना ऊपर उठाकर रखें।

3 - अर्थराइटिस की स्‍थति में सबसे पहले शरीर के अलग अलग जोड़ों में तेज दर्द उठता है। जैसे घुटना या कोहनी के जोडों का स्‍थान पर सूजन।

4- गरम पानी से घुटने की सिकाई करने से दर्द और सूजन कम हो सकती है। बर्फ से सिकाई सूजन को कम करने में म्‍दद करती है, खासकर अगर चोट के तुरंत बात किया जाये।

5 - स्वस्थ वजन बनाए रखें और कम प्रभाव वाले व्यायाम (जैसे तैराकी या साइकिल चलाना) करने से घुटनों के जोड़ों पर दबाव कम होता है।।

6 - व्यायाम और स्ट्रेचिंग रूटीन के लिए फिजिकल थेरेपी से जोड़ों की ताकत और लचीलेपन में सुधार होता है, जो दीर्घकालिक राहत के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।

7 -ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक (जैसे इबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन) या सूजनरोधी दवाएं (एनएसएआईडी) से दर्द और सूजन को नियंत्रित किया जा सकता है।

8 - अगर दर्द ज्‍यादा बढ़ता है या गंभीर है, तो डॉक्‍टर से या हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।

8 - अगर दर्द ज्‍यादा बढ़ता है या गंभीर है, तो डॉक्‍टर से या हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।

9 -  खेलकूद, चलने फिरने, दौड़ने के दौरान लगी हल्‍की चोट भी लापरवाही के कारण दीर्घ्‍काल तक तकलीफ दे सकती है।

10 - गठिया के 150 से अधिक अलग अलग प्रकार हैं कुछ रूपों का कारण अज्ञात है लेकिन गठिया रोग, संक्रमण,   अनुवांशिक दोष्, चोट या अत्‍यधिक       उपयोग का परिणाम भी हो सकता है।