How to cure knee pain

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How to cure knee pain क्‍योंकि घुटने में दर्द कई कारणों से हो सकता है और इसका इलाज भी अलग अलग होता है। घुटने का दर्द लगभग सभी उम्र के लोंगों की एक आम समस्‍या है जिसके अनेक कारण हो जैसे कि अस्‍थायी चोट से लेकर गठिया जैसी पुरानी तक किसी भी कारण से हो सकता है। घुटने की आम समस्‍याओं में मोच, मांस का फटना शामिल है।

1- आर्थराइटिस-

आर्थराइटिस का शाब्दिक अर्थ है जोड़ों की सूजन, जिस स्‍थान पर दो हडिडयां मिलती हैं जैसे घुटना या कोहनी के जोडों का स्‍थान। उम्र बढ़ने के साथ साथ आस्टियो आर्थराइटिस स्‍वाभाविक रूप से होता है। अर्थराइटिस की स्‍थति में सबसे पहले शरीर के अलग अलग जोड़ों में तेज दर्द उठता है। गठिया के कारणों की जांच के लिये रक्‍त परीक्षण या जोड़ों का एक्‍सरे भी होता है।गठिया/Arthritis को ठीक होने में कई हफते या महीने लग सकते हैं। आपका डाक्‍टर सुई से जोड़ों का तरह पदार्थ का नमूना भी जांच हेतु निकाल सकता है।

2. चोट (Injury) -

घुटने की चोट जैसे मोच (Sprain), स्‍नायु बंधन (Ligments), (ACL/MCL tears) की चोटों से भी घुटने में दर्द हो सकता है। ग्रेड 1 एमसीएल टियर को ठीक होने में 4 से 6 सप्‍ताह लग जाते हैं तथा ग्रेड 2 एमसीएल टियर को ठीक होने में 6 से 10 सप्‍ताह तक लग सकते हैं। ग्रेड 3 टियर के लिये सर्जरी की आवश्‍यक्‍ता होगी।  अपने घुटनों को हमेशा चोटिल होने से बचायें।

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3 - अति प्रयोग (Overuse):

बहुत अधिक चलने या दौड़ने से भी दर्द हो सकता है जो रनर्स नी कहलाया जाता है। हमारा घुटना वजन को सहने और गति के लिये जिम्‍मेदार होता है। How to cure knee pain अगर आप इस बात का ध्‍यान नहीं रखेंगे तो घुटने के दर्द जैसी समस्‍या से ग्रसित‍ होंगे।

4 - बर्साइटिस (Bursitis) :

बर्साइट एक दर्दनाक स्थिति होती है जो छोटे द्रव से भरे पैड को प्रभावित करती है।बर्साइट का सबसे आम लक्षण है जोडों के पास दर्द, सूजन और कोमलता।

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5- टेंडोनाइटिस

टेंडोनाइटिस की सूजन या जलन घुटने के आस पास होती है। ये अल्‍पकालिक या दीर्घकालिक हो सकती है । टेंडोनाइटिस किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन यह 40 साल से ज्‍यादा उम्र के व्‍यस्‍कों में ज्‍यादा आम है। जैसे जैसे टेंडन पुराने होते जाते हैं, वे कम तनाव सहन कर पाते है एवं उनका लचीलापन कम होता जाता है इसलिये इसके लक्षणों एवं उपचारों को समझें ताकि आप इस दर्दनाक स्थिति से बच सकें।

6- मेनिस्कस टियर:

मेनिस्कस टियर का फटना घुटने की सबसे आम चोटों में से एक है। मेनिस्‍कस उपास्थि एक एक सी- आकार का टुकड़ा है जो पिंडली की हड्डी और जांघ की हड्डी के बीच कुशन का कार्य करता है। कई बार चोट हल्‍की हाेेेने के कारण एवं कम सूूूजन होने की वजह से मेनिस्‍कस टियर का पता का पता तब चलात है जब इसके लक्षण विकसित होते हैं। इसलिये  घुुुुटने की किसी भी तरह की अंदरूनी चोट को हल्‍केे में ना लें।   

घरेलु इलाज :

1- गरम पानी से घुटने की सिकाई करने से दर्द और सूजन कम हो सकती है।

2- ठंडे पानी या बर्फ से सिकाई सूजन को कम करने में कदद करती है, खासकर अगर चोट के तुरंत बात किया जाये।    

3- हल्‍दी में सूजन रोधी गुण होते हैं। हल्‍दी को दूध में मिलाकर पीने से दर्द और सूजन कम हो सकते हैं।

4- ऐप्‍सम साल्‍ट को गरम पानी में मिलाकर उससे घुटने का धोना या उसमें बैठना सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं।

5- सरसों के तेल को गरम करके घुटने पर मालिश करने से कठोरता कम हो सकती है।

6- How to cure knee pain – मैथी दाने को रात भर पानी में भिगोकर सुबह उसे खाने से आर्थराइटिस दर्द में आराम मिल सकता है।

7- How to cure knee pain – नारियल के तेल की मालिश भी दर्द और सूजन को कर सकती है। आपकेे शरीर के जिस हिस्‍से में दर्द है उसे पहले अच्‍छी तरह से साफ करें और उसे अच्‍छे से पोंछ लें। इसके बाद नारियल तेल को हल्‍का सा गुनगुना कर हल्‍के हाथों से जोडों  पर मसाज करें। 

अन्‍य उपाय- अपने वजन को नियंत्रित रखें इससे घुटनों पर दबाव कम पडता है जो दर्द को कम करने में सहायक होता है।

योग और स्ट्रेचिंग व्यायाम मासपेशियों को मजबूत करने और उन्‍हे लचीला बनाने में मददगर हो सकती हैं।

एंटीऑक्सीडेंट और सूजन रोधी खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां और ओमेगा 3 फैटी एसिड को अपने भोजन में शामिल करना भी फायदेमंद हो सकता है।

चिकित्सीय परामर्श -

मुद्रा और सही जूतों का इस्‍तेमाल घुटनों पर तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। यदि आपके पैर सपाट हैं तो इस हेतु जो विशेष जूूूते बने होते हैं उनका उपयोग करें। 

अगर दर्द ज्‍यादा बढ़ता है या गंभीर है, तो डॉक्‍टर से या हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। घरेलू उपाय कुछ समय तक दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं लेकिन कभी कभी चिकित्सा उपचार की भी आवश्‍यकता होती है।

निष्‍कर्ष

के रूप में यहा जा सकता है कि घुटने के दर्द के अलग अलग कारण हो सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि घुटने का दर्द हल्‍के रूप में प्रारंभ होता है और बाद में स्थिति बहुत बदतर हो जाती है तथा कई मामलों में सर्जरी की आवश्‍यक्‍ता हो सकती है। इसलिये दर्द की स्थिति गंभीर होने पर घुटने का एमआरआई, घुटने का सिटी स्‍कैन करवाना आवश्‍यक हो जाता है या आपको पोडियाट्रिस्ट से भी मिलना पड़ सकता है।

Frequently Asked Question

घुटने के दर्द को कुछ घरेलू उपायों से कम किया जा सकता है जैसे कि – घुटने को आराम देने की कोशिश करें और इस पर ज्‍यादा दबाव डालने से बचें। सर्जिकल आइस पैक बफ से सिकाई करने पर सूजन और दर्द कम हो सकता है। हल्‍का व्‍यायाम जैसे कि पैरों को हल्‍के से खींचना या जोड़ों से धीरे धीरे घुमाना दर्द को कम कर सकता है।

घुटने के दर्द में इबुप्रोफेन (Ibuprofen) या पैरासिटामोल (Paracetamol) जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। लेकिन यदि दर्द लगातार या गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें।

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